Phalodi : प्रशिक्षण में फलोदी के युवामंच की 18 किशोरियों ने भाग लिया।
दूसरा दशक परियोजना के तत्वावधान में एपीपीआई के वित्तीय सहयोग से तीन दिवसीय गैर आवासीय किशोरी युवामंच क्षमतावर्धन प्रशिक्षण 23 से 25 सितम्बर तक नई सड़क स्थित भट्ठड़ो के टांके पर आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में फलोदी के युवामंच की 18 किशोरियों ने भाग लिया। प्रशिक्षण मे मुख्य रूप किशोरियों के स्वास्थ्य एवं कोरोना से बचाव पर समझ बनाते हए युवा मंच द्वारा आगामी समय में किए जाने वाले कार्यो का नियोजन किया गया।
प्रशिक्षिका कंचन थानवी ने विभिन्न गांवों में युवामंचो द्वारा किए गए कार्यो के बारे में बताते हुए उनके विडियों क्लिप भी बताए। युवामंचो के सिनियर सहभागी इकबाल व मजीद ने भी अपने युवामंचो से संबंधित कार्यों के अनुभव शेयर किए। विडियों क्लिप देखते हुए किशोरी भावना माली भाव विभोर हो गई और उसने कहा कि छोटे से गांव देगावड़ी की रहने वाली कायमा को युवामंच से जुड़ कर कार्य करते हुए बाहर जाने के अवसर मिले और आज वह एम्स हाॅस्पिटल, जोधपुर में कार्य कर रही है जो बहुत बड़ी बात है।
प्रशिक्षिका शैलजा व्यास ने संगठन में शक्ति को विभिन्न प्रकार के खेल, गीत कहानी आदि के माध्यम से समझाया। संगठन में शक्ति है इस बात को और अधिक पुख्ता करने के लिए फिल्म चक दे इण्डिया, मिर्च मसाला व गुलाबी गैंग के विडियों क्लिप भी दिखाई गई। किषोरी तुलसी ने कहा कि किसी भी कार्य को बेहतर तरीके से पूरा करने हेतु समुह के सभी सदस्यों की सहभागिता होनी चाहिए।
किशोरियों को राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल से फाॅर्म भरने संबंधित जानकारी देते हुए यह भी बताया गया कि वर्तमान सत्र में महिला अभ्यार्थियों के फाॅर्म निःशुल्क भरे जाऐंगें। इस पर किशोरियों ने कहा कि हम इस बारे में अपने आस-पास रहने वाले लोगों को बताऐंगे तथा अधिक से अधिक महिलाओं को फाॅर्म भरने के लिए प्रेरित करेंगें।
कोरोना के बढते प्रभाव को देखते हुए किशोरियों को कोरोना से बचाव हेतु आवश्यक जानकारी दी गई तथा उन्हें सोडियम हाईपो क्लोराईड का स्प्रे करने का अभ्यास भी करवाया गया। किशोरियों ने तय किया कि वह अपने मौहल्लों व आस-पास के क्षेत्र में सोडियम हाईपो क्लोराईड का स्प्रे भी करेंगी।
प्रशिक्षण के दौरान लिए गए फोटोग्राफ व विडियों के माध्यम से फिल्म का निर्माण मनिषा चाण्डा व पार्थ राठोड़ द्वारा किया गया। बडे पर्दे पर स्वयं को देखकर किशोरियां को बहुत अच्छा लगा।
किशोरी भाविका ने प्रशिक्षण में उपयोग की गई विधाओं की तारीफ करते हुए कहा कि फिल्म क्लिप, खेल, गीत आदि के माध्यम से मुददो पर अच्छे से समझ बनती है। परियोजना समन्वयक प्रीति राठौड ने किषोरियों का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि हमें निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए सफलता अवष्य मिलेगी।
प्रशिक्षण में हुई वर्चुअल मीटिंग के दौरान किशोरियों को संबोधित करते हुवे परियोजना निदेशक मुरारीलाल थानवी ने कहा कि हमें समय मिलते ही इस बात पर विचार करना चाहिए ही जरूरतमंद लोगों की भलाई के लिए क्या योगदान दे सकते हैं । इसके लिए जरूरी है कि हम लोगों की जरूरतों के बारे में गंभीरता से सोचते रहें । किसी की भलाई में जो संतोष मिलता है वैसा किसी में नहीं । प्रशिक्षण में मुस्कान, फिजा, नैय्यर, विजय श्री, शकिला, तुलसी, पूजा भार्गव, जमीला, नफिसा आदि ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
फलौदी से राजेश थानवी की रिपोर्ट।