Friday, March 24, 2023
HomeदुनियाAK-47 गिफ्ट शादी में बड़ी बात नहीं है, लोगों के पास रॉकेट,...

AK-47 गिफ्ट शादी में बड़ी बात नहीं है, लोगों के पास रॉकेट, एंटी एयरक्राफ्ट गन का भी अधिकार है

AK-47 गिफ्ट शादी में बड़ी बात नहीं है, लोगों के पास रॉकेट, एंटी एयरक्राफ्ट गन का भी अधिकार है

आमतौर पर लोग शादी में दूल्हा और दुल्हन को ऐसा उपहार देते हैं ताकि वे इसे पसंद करें और इसे हमेशा याद रखें, लेकिन पाकिस्तान में एक महिला ने उपहार में शादीशुदा जोड़े को एके -47 राइफल दी, जिसने सोशल मीडिया पर नई बहस को जन्म दिया । बता दें कि भारत में हथियार रखना बड़ी बात मानी जाती है, लेकिन पाकिस्तान में यह काफी आम है।

वास्तव में, पाकिस्तान में, एक महिला ने अपनी शादी में उपहार के रूप में एके -47 राइफल दी, जिसे पाकर वह बहुत खुश भी हुई। इसे देखते ही सोशल मीडिया पर लोग चौंक गए थे लेकिन जब आप वहां के कानून को जानेंगे तो आप बिल्कुल भी हैरान नहीं होंगे।

ये भी देखे :-भारत के ई-कॉमर्स क्षेत्र ने पिछले साल की तुलना में त्योहारी सीजन में 65 प्रतिशत अधिक बिक्री की, Flipkart ने अमेज़ॅन को पछाड़ा

भारत में, यहां तक ​​कि एक छोटे से लाइसेंस प्राप्त हथियार लेने के लिए, किसी को कानूनी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है, जबकि पाकिस्तान में, हथियार लेना कोई बड़ी बात नहीं है। वहां के ज्यादातर लोग हथियार रखते हैं और आसानी से हासिल कर लेते हैं। उन्हें यह अधिकार पाकिस्तान की आग्नेयास्त्रों से संबंधित कानूनों के कारण मिलता है।

रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड, लघु, मध्यम और लंबी दूरी के रॉकेट, एंटी-एयरक्राफ्ट गन, मोर्टार आदि सहित भारी हथियारों के स्वामित्व की अनुमति केवल खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के आदिवासी क्षेत्रों में है।

ये भी पढ़े : शेयरधारकों से मांगी मंजूरी: योग गुरु Baba Ramdev बने रूचि सोया के बोर्ड में डायरेक्टर, छोटे भाई राम भरत होंगे मैनेजिंग डायरेक्टर

दूसरी ओर, पंजाब और सिंध प्रांत के लोग हथियारों के प्रभाव और उपयोग को संवैधानिक अधिकारों के रूप में मानते हैं, जबकि खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान के लोग इसे अपनी संस्कृति का हिस्सा मानते हैं।

बता दें कि पाकिस्तान के पेशावर इलाके में दारा एडम ख़ेल शहर को ‘गन वैली’ माना जाता है। इस छोटे से शहर की अनुमानित जनसंख्या 80,000 है। फिर भी, यहाँ लगभग 2,000 हथियारों की दुकानें हैं। यहां आधी से ज्यादा आबादी को हथियार बनाने में लगाया जाता है। ज्यादातर के लिए बंदूक बनाना खिलौने बनाने जैसा है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -spot_img

Most Popular

Recent Comments