Monday, December 23, 2024
a

Homeहटके ख़बरेबच्चों (children) के जन्म से माता-पिता को हमेशा 3 बातों का ध्यान...

बच्चों (children) के जन्म से माता-पिता को हमेशा 3 बातों का ध्यान रखना चाहिए, तभी वे संस्कारी बनेंगे

बच्चों (children) के जन्म से माता-पिता को हमेशा 3 बातों का ध्यान रखना चाहिए, तभी वे संस्कारी बनेंगे

आचार्य चाणक्य ने सुखी जीवन के लिए कई नीतियां दी हैं। अगर आप भी अपने जीवन में सुख शांति चाहते हैं तो चाणक्य के इन विचारों को अपने जीवन में जरूर लागू करें।

आचार्य चाणक्य की नीतियां और विचार आपको थोड़े कठोर लग सकते हैं, लेकिन यही कठोरता जीवन का सत्य है। भागदौड़ भरी जिंदगी में हम इन विचारों को भले ही नजरअंदाज कर दें, लेकिन ये शब्द जीवन की हर परीक्षा में आपकी मदद करेंगे। आज हम आचार्य चाणक्य के इन्हीं विचारों में से एक और विचार का विश्लेषण करेंगे। आज का विचार इस बात पर आधारित है कि बच्चों की परवरिश करते समय माता-पिता को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

ये भी देखे :- Video Viral  :- दिल्ली पुलिस के दो आरक्षकों का वीडियो वायरल, अब 15 दिन में देना होगा जवाब

अपने इस बयान में आचार्य चाणक्य ने उन बातों के बारे में बताया है जो बच्चों की परवरिश करते समय माता-पिता को ध्यान में रखनी चाहिए। इस बयान में आचार्य ने कहा कि जब से बच्चा नवजात है, तब से उसे पांच साल तक बहुत प्यार करना चाहिए। यही वह समय होता है जब बच्चा मां के गर्भ से निकलकर दुनिया में आता है। उस समय उसे जो प्यार मिलेगा उसके आधार पर उसकी नींव बनेगी।

जैसा कि आप जानते हैं कि दुनिया में बच्चे के लिए माता-पिता से बेहतर कोई शिक्षक नहीं है। जन्म से लेकर पांच साल तक उसे इतना प्यार दो कि वह आपकी आंखों से इस दुनिया को देख ले। उसे एहसास होने दें कि उसके माता-पिता उससे कितना प्यार करते हैं। यह वह उम्र है जब बच्चे इस दुनिया को अपने माता-पिता की नजर से देखते हैं। इसलिए इस उम्र में बच्चे के प्यार में कोई झिझक नहीं होनी चाहिए।

ये भी देखे :- WhatsApp पर एक साथ 50 लोग कर सकते हैं कॉल, जानिए प्रोसेस

चाणक्य ने आगे कहा कि जन्म के पांच साल से लेकर अगले दस साल तक माता-पिता को बच्चों को लाठियों से डराना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि यही वह उम्र होती है जब बच्चे सबसे ज्यादा बुराई करते हैं। बड़ों का सम्मान करना, लोगों से कैसे बात करनी है, अपने विचार कैसे व्यक्त करना है, सब कुछ उन्हें सिखाया जाता है। इस उम्र में बच्चे भी स्कूल जाने लगते हैं तो माता-पिता के अलावा अन्य लोग भी धीरे-धीरे उनके जीवन में शामिल होने लगते हैं। ऐसे में बच्चों को सबसे ज्यादा अटेंशन की जरूरत होती है। इस समय माता-पिता को चाहिए कि वे किसी भी गलती के लिए बच्चों को डंडों से डराएं। यानी उनके मन में एक बात होनी चाहिए कि गलती करने पर सजा भुगतनी पड़ेगी. जब माता-पिता की लाठी की चपेट में आने का डर उनके मन में बना रहेगा तो वे कोई भी गलती करने से बचेंगे।

ये भी देखे :- नाव वाला 10 रुपए (rupee) का पुराना नोट है तो घर बैठे कमाएंगे 25000 रुपए, जानिए सबकुछ 

चाणक्य ने आगे कहा कि जब बच्चा 16 साल का हो जाए तो माता-पिता को बच्चों के दोस्त बनना चाहिए। यह एक ऐसी स्थिति होती है जब माता-पिता उन पर जरूरत से ज्यादा काबू नहीं रख पाते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे यौवन में हैं और कुछ वर्षों के बाद वे वयस्क भी हो जाएंगे। ऐसे में माता-पिता को चाहिए कि वे अपने बच्चों के दोस्त बनें। एक ऐसा दोस्त जिससे वो अपने दिल की हर बात शेयर कर सके। अगर इस उम्र में माता-पिता अपने बच्चों को अपनी बात कहने के लिए मजबूर करते हैं, तो बच्चा कभी भी माता-पिता से अपने दिल की बात नहीं कहेगा। हो सकता है कि वह उनसे भी बातें छुपाने लगे। इसी कारण आचार्य चाणक्य ने कहा है कि 5 वर्ष तक पुत्र का पालन-पोषण सावधानी और प्रेम से करना चाहिए। अगले दस साल तक उसे डंडे से धमकाना चाहिए। लेकिन जब वह 16 साल का हो जाए तो उसके साथ एक दोस्त जैसा व्यवहार किया जाना चाहिए।

ये भी देखे :- Viral Video:-  प्यासे हाथी ने पानी पीने के लिए लगाया गजब का जुगाड़, अपनी सूंड से हैंडपंप खींचकर बुझाई प्यास 

Ashish Tiwari
Ashish Tiwarihttp://ainrajasthan.com
आवाज इंडिया न्यूज चैनल की शुरुआत 14 मई 2018 को श्री आशीष तिवारी द्वारा की गई थी। आवाज इंडिया न्यूज चैनल कम समय में देश में मुकाम हासिल कर चुका है। आज आवाज इन्डिया देश के 14 प्रदेशों में अपने 700 से ज्यादा सदस्यों के साथ बेहद जिम्मेदारी और निष्ठापूर्ण तरीके से कार्यरत है। जिन राज्यों में आवाज इंडिया न्यूज चैनल काम कर रहा है वह इस प्रकार हैं राजस्थान, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, दिल्ली, पश्चिमी बंगाल, महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्रप्रदेश, केरला, ओड़िशा और तेलंगाना। आवाज इंडिया न्यूज चैनल के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री आशीष तिवारी और डॉयरेक्टर श्रीमति सुरभि तिवारी हैं। श्री आशिष तिवारी ने राजस्थान यूनिवर्सिटी से समाजशास्त्र मे पोस्ट ग्रेजुएशन किया और पिछले 30 साल से न्यूज मीडिया इन्डस्ट्री से जुड़े हुए हैं। इस कार्यकाल में उन्हों ने देश की बड़ी बड़ी न्यूज एजेन्सीज और न्युज चैनल्स के साथ एक प्रभावी सदस्य की हैसियत से काम किया। अपने करियर के इस सफल और अदभुत तजुर्बे के आधार पर उन्होंने आवाज इंडिया न्यूज चैनल की नींव रखी और दो साल के कम समय में ही वह अपने चैनल के लिये न्यूज इन्डस्ट्री में एक अलग मकाम बनाने में कामयाब हुए हैं।
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -spot_img

Most Popular

Recent Comments