यूक्रेन- रूस युद्ध की प्रतिकूल परिस्थितियों के बीच वहां फंसे भारतीय छात्रों (Indian Students) की स्वदेश वापसी जारी है। राज्य में भी अब तक 558 राजस्थानी विद्यार्थी दिल्ली, हिन्डन और मुंबई एयरपोर्ट से पहुंच चुके हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के संवेदनशील नेतृत्व और दिशा निर्देशन में इंदिरा गांधी एयरपोर्ट, दिल्ली और हिन्डन एयरपोर्ट पर सभी इंतजाम किये गए हैं, ताकि किसी भी राजस्थानी को अपने घर तक पहुंचने में कोई भी असुविधा नहीं हो। राज्य सरकार द्वारा इन विद्यार्थियों (Indian Students) को सकुशल घर पहुंचाने के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई हैं।
खास बात यह है कि मुख्यमंत्री गहलोत (Ashok Gehlot ) के निर्देशों पर राज्य सरकार के प्रतिनिधि ना सिर्फ प्रवासी छात्रों को उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था कर रहे हैं बल्कि यहां आने पर उन्हें घर की तरह अपनापन और देखभाल मिले इसके हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
उनके खाने-पीने से लेकर ठहरने तक के इंतज़ाम किये जा रहे हैं। स्वयं कैबिनेट मंत्री ममता भूपेश के साथ राज्य मंत्री सुभाष गर्ग और राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त और नोडल अधिकारी धीरज श्रीवास्तव दिल्ली में मौजूद हैं और यूक्रेन से आने वाले सभी लोगों को स्वयं रिसीव कर रहे हैं।
हालांकि इन सघन प्रयासों के बीच भी अब तक करीब एक हज़ार राजस्थानी छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं, जिन्हें लेकर मुख्यमंत्री गहलोत बेहद चिंतित भी हैं। वह लगातार उनकी सुरक्षित वापसी के लिए प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को भी वहां फंसे हुए लोगों की जल्द से जल्द सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए पत्र लिखा है। उन्होंने केन्द्र सरकार से अनुरोध किया है कि वह अपने स्तर पर इन लोगों की देश वापसी के लिए यूक्रेन सरकार से संपर्क करें। लेकिन इस विभीषिका से बचकर जो छात्र अब तक राजस्थान आए हैं। वह गहलोत के मैनेजमेंट और संवेदनशीलता के लिए उन्हें तथा उनकी सरकार को धन्यवाद देते नहीं थक रहे।