Monday, December 23, 2024
a

Homeदेशहवा में रहता है Black fungus, देशभर के डॉक्टरों ने दी गाइडलाइंस-...

हवा में रहता है Black fungus, देशभर के डॉक्टरों ने दी गाइडलाइंस- कैसे करें पहचान, बचाव और इलाज 

हवा में रहता है Black fungus, देशभर के डॉक्टरों ने दी गाइडलाइंस- कैसे करें पहचान, बचाव और इलाज 

देश के कई राज्यों में Mucaramicosis (Black Fungus) एक नई त्रासदी बनकर उभरा है। हर दिन इसके नए मामले चिंता पैदा करते हैं। ऐसे में हम थोड़ी सावधानी बरतकर इस फंगस से खुद को बचा सकते हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की ओर से जारी एडवाइजरी आपके बहुत काम आ सकती है। आइए जानते हैं कि काला कवक क्या है, इसके लक्षण क्या हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है।

ये भी देखे:- LPG से जुड़ा कारोबार शुरू करना चाहते हैं तो सरकार से मिलेगी मदद, यहां जानिए पूरी जानकारी 

हवा में होता है काला फंगस

मुचरामिकिस एक फंगल संक्रमण है। यह उन लोगों को प्रभावित करता है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता किसी बीमारी या उसके उपचार के कारण कमजोर हो जाती है। यह कवक हवा में मौजूद होता है और ऐसे लोगों को संक्रमित करता है।

लक्षणों को पहचानें

आंखों और नाक के आसपास दर्द या लाली
बुखार
सरदर्द
खांसी
सांस लेने में परेशानी
उल्टी में खून
मानसिक भ्रम की स्थिति

ये भी देखे :-  नाम, पता और जन्मतिथि को Aadhaar में बदलने के लिए ये दस्तावेज काम आएंगे, लिस्ट चेक करें

वे अधिक असुरक्षित हैं

जिन्हें अनियंत्रित मधुमेह है
स्टेरॉयड लेना
लंबे समय से ICU में हैं
किसी प्रकार का प्रत्यारोपण
वोरिकोनाज़ोल थेरेपी ली जाती है (एंटीफंगल उपचार)

हम कैसे रक्षा कर सकते हैं

अगर आप धूल भरे कंस्ट्रक्शन साइट पर जाते हैं तो मास्क जरूर पहनें।
बागवानी या मिट्टी का काम करते समय जूते, फुल पैंट-शर्ट और दस्ताने पहनें।
व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखें। प्रतिदिन अच्छा स्नान करें।

इन बातों को न करें नज़रअंदाज़
(अगर कोरोना, डायबिटीज और इम्यूनोसप्रेसेंट का इलाज चल रहा है)

नाक जाम हो जाती है या नाक से काला या खूनी पदार्थ निकलता है।
गाल की हड्डी में दर्द होता है।
नाक/तालु पर कालापन होना चाहिए।
दांत दर्द, दांत दर्द, जबड़े की समस्या।
त्वचा पर घाव, बुखार, दर्द या धुंधलापन, खून का थक्का जम गया है।
सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ।

ये भी देखे :- अब घर बैठे covicelf से करें corona की जांच, जानिए आप इसका इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं

इन बातों का रखें ध्यान

रक्त में ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित करें।
मधुमेह के मरीजों को कोविड के ठीक होने के बाद ब्लड ग्लूकोज पर नजर रखनी चाहिए।
डॉक्टर की सलाह पर ही स्टेरॉयड लें। इनका सही समय, सही खुराक और सही समय पर उपयोग करें।

ऑक्सीजन थैरेपी के लिए स्वच्छ और जीवाणुरहित पानी का ही प्रयोग करें।
एंटीबायोटिक्स और एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल समझदारी से करना चाहिए।

ये गलतियां न करें

काले फंगस के लक्षणों को नजरअंदाज न करें।
अगर नाक बंद है तो इसे साइनसाइटिस न समझें, खासकर अगर आप हाई रिस्क कैटेगरी में हैं।
डॉक्टर की सलाह पर KOH स्टेनिंग और माइक्रोस्कोपी, कल्चर, MALDI-TOF की जांच करवाएं।
इलाज में देरी न करें, पहले लक्षण दिखते ही सतर्क हो जाएं।

स्थिति को कैसे संभालें (डॉक्टर की देखरेख में)

मधुमेह और मधुमेह कीटोएसिडोसिस को नियंत्रित करते हैं।
यदि रोगी स्टेरॉयड ले रहा है, तो उन्हें रोकने के लिए उन्हें धीरे-धीरे कम करें।
इम्यूनोमॉड्यूलेटिंग दवाओं को बंद कर दें।
पहले से ऐंटिफंगल दवाएं न लें।
रेडियो-इमेजिंग के साथ मॉनिटर।

ये भी देखे :-  ये भी देखे:- सरकार ने WhatsApp को दी चेतावनी, कहा- पॉलिसी वापस लें, वरना उठा सकते हैं कड़े कदम

Ashish Tiwari
Ashish Tiwarihttp://ainrajasthan.com
आवाज इंडिया न्यूज चैनल की शुरुआत 14 मई 2018 को श्री आशीष तिवारी द्वारा की गई थी। आवाज इंडिया न्यूज चैनल कम समय में देश में मुकाम हासिल कर चुका है। आज आवाज इन्डिया देश के 14 प्रदेशों में अपने 700 से ज्यादा सदस्यों के साथ बेहद जिम्मेदारी और निष्ठापूर्ण तरीके से कार्यरत है। जिन राज्यों में आवाज इंडिया न्यूज चैनल काम कर रहा है वह इस प्रकार हैं राजस्थान, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, दिल्ली, पश्चिमी बंगाल, महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्रप्रदेश, केरला, ओड़िशा और तेलंगाना। आवाज इंडिया न्यूज चैनल के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री आशीष तिवारी और डॉयरेक्टर श्रीमति सुरभि तिवारी हैं। श्री आशिष तिवारी ने राजस्थान यूनिवर्सिटी से समाजशास्त्र मे पोस्ट ग्रेजुएशन किया और पिछले 30 साल से न्यूज मीडिया इन्डस्ट्री से जुड़े हुए हैं। इस कार्यकाल में उन्हों ने देश की बड़ी बड़ी न्यूज एजेन्सीज और न्युज चैनल्स के साथ एक प्रभावी सदस्य की हैसियत से काम किया। अपने करियर के इस सफल और अदभुत तजुर्बे के आधार पर उन्होंने आवाज इंडिया न्यूज चैनल की नींव रखी और दो साल के कम समय में ही वह अपने चैनल के लिये न्यूज इन्डस्ट्री में एक अलग मकाम बनाने में कामयाब हुए हैं।
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -spot_img

Most Popular

Recent Comments