न्यूज़ डेस्क :- जोधपुर जिले के Cheemana चिमाणा गांव में उरमुल सीमांत समिति बज्जू द्वारा सेंटर फॉर पाॅस्टोरालिझ्म सहजीवन उरमुल ट्रस्ट,डेझर्ट रिसर्च सेंटर के सहयोग से चिमाणा क्लस्टर के ऊंट पालक फेडरेशन गठन किया गया
इस दौरान सहज संस्थान के बाबुराम जी विश्नोई ने ऊंटपालको संबोधित किया संघटन महत्व समझाते हूए ऊंटपालक को अपनी जिम्मेदारी से अवगत कराया और कहा की मरूस्थल जिलों में एक शक्तिशाली संघटन बनकर ऊंटपालकों की समस्याओं निराकरण अतः पैरवी करने के लिए यह संघटन कार्यशील एंव कारगर रहेगा
उरमुल सीमांत समिति के समन्वयक राजेन्द्र प्रसाद ने द केमल पार्टनरशिप कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि समिति द्वारा ऊंटपालकों के हित एंव पशुओं के स्वास्थ्य टीकाकरण शिविरों का आयोजन करना , ऊंटणी के दुध को बाजार प्राप्त करने के लिए यह संघटन कार्यशील रहे एंव दुध संग्रह , दुध संकलन कर एक उद्यम स्थापित करने का प्रयास करें उरमुल परिवार सतत जिम्मेदारी से ऊंटपालकों के साथ रहेगी।
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इस कार्यक्रम में 25 गाँव के ग्रामीण स्तरीय ऊंट पालक कमिटी से 40 सदस्यों ने भाग लिया और फेडरेशन की कार्यकारिणी कमिटी के लिए जोधपुर जिलें के चिमाणा क्लस्टर से सदस्यों का चयन किया गया!
कार्यक्रम का समापन उरमुल के मोतीलाल , दिपक गोडे , सावंताराम ने उपस्थित ऊंटपालक एंव मान्यवरों का आभार माना , साथ ही ऊंटपालकों की ओर से जोराराम जी, कालूसिंह भवंराराम जी उगमाराम जी ने उरमुल परिवार की पहल एंव ऊंटपालकों की हित के सोच कि प्रंशसा की।
चीमाणा से फूसाराम सारण की रिपोर्ट