मोदी सरकार (Modi Government) का एक और राहत पैकेज, वित्त मंत्री ने की घोषणा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हाल के आंकड़े अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि जीएसटी संग्रह जैसे कई आंकड़े बेहतर निकले हैं और रिजर्व बैंक ने संकेत दिया है कि अर्थव्यवस्था तीसरी तिमाही में ही सकारात्मक जीडीपी वृद्धि हासिल कर सकती है।
कोरोना संकट में पटरी से उतरी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए मोदी सरकार ने एक और राहत पैकेज की घोषणा की है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हाल के आंकड़े अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हाल के आंकड़े अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि जीएसटी संग्रह जैसे कई आंकड़े बेहतर निकले हैं और रिजर्व बैंक ने संकेत दिया है कि अर्थव्यवस्था तीसरी तिमाही में ही सकारात्मक जीडीपी वृद्धि हासिल कर सकती है।
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उन्होंने कहा कि रेलवे में माल ढुलाई में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, बैंक ऋण संवितरण में 5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर है। एफपीआई का शुद्ध निवेश भी सकारात्मक रहा है। विदेशी मुद्रा भंडार भी 560 बिलियन डॉलर के रिकॉर्ड पर पहुंच गया है।
वित्त मंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के तहत उठाए गए कदमों से श्रमिकों को बहुत फायदा हुआ है। इसी तरह, किसानों को राहत देने के प्रयासों के भी अच्छे परिणाम आए हैं।
नया पैकेज क्यों आ रहा है
सूत्रों के अनुसार, इस पैकेज को तैयार करने के लिए उद्योग मंडलों और कॉर्पोरेट जगत से सलाह ली गई है। सूत्रों ने इस पैकेज के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी लेकिन कहा कि इसका उद्देश्य अशांत क्षेत्र को राहत प्रदान करना होगा। साथ ही, रोजगार सृजन पर जोर होगा। गौरतलब है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन से देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है।
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इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी में लगभग 24 प्रतिशत की गिरावट आई है। अर्थव्यवस्था को राहत देने के लिए, सरकार ने कई राहत पैकेजों की घोषणा की है। लेकिन इन सभी राहत पैकेजों से अर्थव्यवस्था में सुधार के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं। हालांकि हाल ही में अर्थव्यवस्था में कई संकेतक बहुत सकारात्मक रहे हैं, लेकिन उन्हें त्योहारी सीजन के दौरान एक तात्कालिक लाभ माना जाता है। अभी यात्रा, सेवा क्षेत्र जैसे कई क्षेत्रों की हालत बहुत खराब है।
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2 लाख करोड़ का पैकेज घोषित
बुधवार को ही, सरकार ने 10 क्षेत्रों में निर्माताओं के लिए 2 लाख करोड़ रुपये के उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) की घोषणा की है। देश को कोरोना संकट से आजादी मिलती नहीं दिख रही है। राजधानी दिल्ली में कोरोना के रिकॉर्ड मामले सामने आए हैं। कई अन्य शहरों में भी कोरोना के मामले बढ़ते देखे गए हैं।